---Advertisement---

 तमिलनाडु खेलों की नई पहचान: अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय आयोजनों का हब बन रहा है राज्य

By: Anjon Sarkar

On: Wednesday, October 15, 2025 7:42 AM

Google News
Follow Us
---Advertisement---

 मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन बोले – “तमिलनाडु खेलों के स्वर्ण युग में प्रवेश कर चुका है”

तमिलनाडु खेलों की नई पहचान के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में मंगलवार को एक प्रेरणादायक माहौल देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मुख्यमंत्री ट्रॉफी 2025 के विजेताओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने गर्व से कहा कि तमिलनाडु अब केवल उद्योग, शिक्षा या तकनीक के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि खेलों में भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि “तमिलनाडु अब उच्च गुणवत्ता वाले खेल आयोजनों की मेज़बानी करने वाला राज्य बन चुका है। यह राज्य अब खेल प्रतिभाओं का केंद्र बन रहा है और खेलों का एक नया स्वर्ण युग शुरू हो चुका है।” मुख्यमंत्री के इस बयान ने राज्य के युवा खिलाड़ियों के मन में नई उम्मीद और ऊर्जा का संचार किया।

 खेलों में तमिलनाडु का स्वर्ण युग: सरकार की दूरदृष्टि का परिणाम

मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि पूर्ववर्ती एआईएडीएमके सरकार के पांच साल के कार्यकाल में खेल अवसंरचना के लिए केवल ₹170 करोड़ का बजट रखा गया था, जबकि डीएमके सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में ₹610 करोड़ की राशि इस क्षेत्र के लिए आवंटित की है। यह आंकड़ा अपने आप में यह साबित करता है कि राज्य सरकार खेलों को लेकर कितनी गंभीर और समर्पित है।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष मुख्यमंत्री ट्रॉफी 2025 के लिए 16.28 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण किया, जिनमें से 32,000 से अधिक खिलाड़ियों ने जिला स्तर पर चयन के बाद राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया। यह न सिर्फ़ राज्य की खेल संस्कृति को दर्शाता है, बल्कि युवाओं में खेलों के प्रति बढ़ती जागरूकता और उत्साह का भी प्रमाण है।

 खेल प्रतिभाओं की पहचान और प्रोत्साहन का मंच बना “सीएम ट्रॉफी”

उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री ट्रॉफी का आयोजन केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह तमिलनाडु के हर कोने में छिपी खेल प्रतिभाओं को पहचान देने और उन्हें आगे बढ़ाने का एक माध्यम है। उन्होंने कहा कि “हमारा उद्देश्य केवल खिलाड़ियों को पदक जिताना नहीं है, बल्कि उन्हें एक ऐसा मंच देना है जहां वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमिलनाडु का नाम रोशन करें।”

उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार और “तमिलनाडु चैंपियंस फाउंडेशन” मिलकर खिलाड़ियों को हर संभव सहायता और अवसर प्रदान कर रहे हैं ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें। यह पहल न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करती है, बल्कि खेलों को एक सम्मानजनक करियर विकल्प के रूप में स्थापित भी करती है।

 खेलों से राज्य की नई पहचान

तमिलनाडु अब केवल संस्कृति, साहित्य या सिनेमा के लिए नहीं, बल्कि अपने खेलों के लिए भी पहचाना जा रहा है। मुख्यमंत्री स्टालिन के नेतृत्व में राज्य सरकार ने खेल नीति में कई सुधार किए हैं — बेहतर अवसंरचना, प्रशिक्षण सुविधाएं, और खिलाड़ियों के लिए आर्थिक सहायता ने तमिलनाडु को देश के प्रमुख खेल केंद्रों में शामिल कर दिया है।

चेन्नई की मेयर आर. प्रिया, सेंट्रल चेन्नई के सांसद दयानिधि मारन और एग्मोर के विधायक आई. परंथामन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे। पूरा आयोजन एकता, उत्साह और खेल भावना का प्रतीक बन गया।

 निष्कर्ष: खेलों में तमिलनाडु की नई उड़ान

तमिलनाडु की सरकार का यह संकल्प कि हर जिले, हर गांव से नई प्रतिभा उभरे और राज्य को खेलों में नई ऊँचाइयों पर पहुँचाए — यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक वास्तविकता बनती जा रही है। मुख्यमंत्री स्टालिन और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन की यह साझा दृष्टि राज्य के खेल परिदृश्य को नई दिशा दे रही है।

खेल अब तमिलनाडु की पहचान का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। “सीएम ट्रॉफी” जैसी पहल न केवल खिलाड़ियों को मंच प्रदान करती है, बल्कि युवाओं में आत्मविश्वास और अनुशासन की भावना भी जगाती है। सच कहा जाए तो तमिलनाडु अब खेलों के क्षेत्र में एक चमकता सितारा बन रहा है।

 अस्वीकरण (Disclaimer):
यह लेख समाचार स्रोतों पर आधारित है और केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें व्यक्त विचार संबंधित अधिकारियों के बयानों पर आधारित हैं।

For Feedback - feedback@example.com

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Leave a Comment