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Google का बड़ा ऐलान: आंध्र प्रदेश में बनेगा 15 अरब डॉलर का AI बेस

By: Anjon Sarkar

On: Tuesday, October 14, 2025 1:42 PM

Google का बड़ा ऐलान
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Google का बड़ा ऐलान एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी है, और इस बार केंद्र में है भारत का तटीय राज्य आंध्र प्रदेश। दुनिया की अग्रणी टेक कंपनी Google ने मंगलवार को घोषणा की कि वह भारत में अपना अब तक का सबसे बड़ा निवेश करने जा रही है। कंपनी अगले पाँच वर्षों में 15 अरब डॉलर (लगभग ₹1.25 लाख करोड़) का निवेश करके आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक अत्याधुनिक Artificial Intelligence (AI) हब और डेटा सेंटर स्थापित करेगी।


Google to build major AI base in Andhra Pradesh: भारत में अब तक का सबसे बड़ा AI निवेश

Google के इस फैसले ने न केवल भारत में तकनीकी विकास की दिशा में नई ऊर्जा भर दी है, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि आने वाले समय में भारत वैश्विक AI शक्ति के रूप में उभरने जा रहा है। Google Cloud के CEO थॉमस कुरियन ने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह परियोजना “अमेरिका के बाहर दुनिया में Google का सबसे बड़ा AI हब” होगा।

इस परियोजना के तहत Google एक 1-गीगावाट डेटा सेंटर कैंपस का निर्माण करेगा, जिसमें नवीनतम AI इंफ्रास्ट्रक्चर, उन्नत ऊर्जा स्रोत और विस्तृत फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क का समावेश होगा। यह केंद्र न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया में सबसे बड़ा डेटा सेंटर बनने जा रहा है।


विशाखापट्टनम बनेगा एशिया का तकनीकी पावरहाउस

विशाखापट्टनम, जो पहले से ही एक महत्वपूर्ण पोर्ट सिटी के रूप में जाना जाता है, अब डिजिटल भविष्य का प्रतीक बनने जा रहा है। पहले राज्य सरकार ने अनुमान लगाया था कि यह निवेश करीब 10 अरब डॉलर का होगा, लेकिन Google ने इसे बढ़ाकर 15 अरब डॉलर कर दिया है, जिससे परियोजना का पैमाना और प्रभाव दोनों कहीं अधिक बढ़ गया है।

Google के इस डेटा सेंटर के बनने से आंध्र प्रदेश में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियाँ पैदा होंगी। साथ ही, यह क्षेत्र तकनीकी नवाचार, AI अनुसंधान और डिजिटल सेवाओं का नया केंद्र बनेगा।

राज्य के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने इस अवसर पर कहा —

“आज के युग में जहाँ डेटा नया तेल है, ऐसी पहलें हमारे राज्य और देश दोनों के लिए रणनीतिक रूप से फायदेमंद साबित होंगी।”


Artificial Intelligence के लिए Google की सबसे बड़ी वैश्विक परियोजना

Google का यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब पूरी दुनिया में AI सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। बड़ी टेक कंपनियाँ — जैसे Microsoft, Amazon, और Meta — पहले से ही भारत में अपने डेटा सेंटर नेटवर्क का विस्तार कर रही हैं। लेकिन Google का यह निवेश पैमाने और दृष्टि दोनों में अलग है।

कंपनी ने इस साल अकेले अपने वैश्विक डेटा सेंटर नेटवर्क के विस्तार के लिए 85 अरब डॉलर खर्च करने का संकल्प लिया है। चूँकि AI एप्लिकेशन और मशीन लर्निंग मॉडल को भारी कंप्यूटिंग शक्ति की आवश्यकता होती है, ऐसे में यह डेटा सेंटर हज़ारों चिप्स को हाई-कैपेसिटी क्लस्टर्स में जोड़ने में सक्षम होगा, जिससे उन्नत AI प्रोसेसिंग और क्लाउड सर्विसेज को बल मिलेगा।


भारत बनेगा AI क्रांति का केंद्र

यह निवेश केवल आर्थिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। भारत पहले से ही लगभग एक अरब इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का देश है, जहाँ डिजिटल सेवाओं की माँग तेजी से बढ़ रही है। Google का यह कदम भारत को AI तकनीक, क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा एनालिटिक्स के वैश्विक नक्शे पर एक नई ऊँचाई देगा।

इस परियोजना से भारत को न केवल डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में मजबूती मिलेगी, बल्कि यह Make in India और Digital India जैसे अभियानों को भी नई गति प्रदान करेगा। AI के क्षेत्र में यह निवेश शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और औद्योगिक ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।


Google to build major AI base in Andhra Pradesh: भविष्य की ऊर्जा और नवाचार का संगम

Google का यह डेटा सेंटर पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी सोर्सेज पर आधारित होगा, जिसमें सौर और पवन ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा। इससे न केवल ऊर्जा दक्षता बढ़ेगी, बल्कि यह कार्बन उत्सर्जन को भी कम करेगा।

इसके साथ ही, Google भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क का विस्तार करेगा, जिससे AI-आधारित सेवाएँ अधिक सुलभ बनेंगी।

यह निवेश भारत को केवल एक तकनीकी उपभोक्ता नहीं बल्कि AI निर्माता के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।


निष्कर्ष: भारत में डिजिटल भविष्य की नींव रखेगा Google का AI बेस

Google का आंध्र प्रदेश में 15 अरब डॉलर का निवेश केवल एक कॉर्पोरेट परियोजना नहीं, बल्कि यह भारत के तकनीकी भविष्य की आधारशिला है। यह कदम दिखाता है कि भारत अब केवल डिजिटल परिवर्तन का हिस्सा नहीं, बल्कि उसका नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

विशाखापट्टनम का यह AI बेस आने वाले वर्षों में न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए नवाचार, रोजगार और सतत विकास का प्रतीक बन जाएगा।


Disclaimer:
इस लेख में दी गई सभी जानकारी Google की आधिकारिक घोषणा और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रिपोर्टों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सूचनात्मक है, न कि किसी प्रकार के व्यावसायिक प्रचार या वित्तीय सलाह का।

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