
मर्सिडीज-बेंज ने तोड़ा बिक्री का रिकॉर्ड आता है, लेकिन इस बार यह सीज़न मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz) के लिए इतिहास रचने वाला रहा। जर्मन लग्ज़री ब्रांड ने सितंबर 2025 में एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे तोड़ना मुश्किल होगा। नवरात्रि के दौरान कंपनी ने हर 6 मिनट में एक नई कार बेची, जिससे यह भारत में मर्सिडीज-बेंज के अब तक के सबसे सफल त्योहारी सीज़न के रूप में दर्ज हुआ।
मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz): नवरात्रि में छाई लग्ज़री की चमक
त्योहारी रौनक के बीच, जब पूरा देश खरीदारी में व्यस्त था, मर्सिडीज-बेंज ने अपने शोरूम्स को जश्नगाह में बदल दिया। जुलाई से सितंबर (Q3) के बीच कंपनी ने कुल 5,119 यूनिट्स की बिक्री की, जो भारत में इसकी अब तक की सबसे मज़बूत तिमाही रही।
दिलचस्प बात यह है कि इनमें से आधी से ज़्यादा, यानी लगभग 2,500 कारें, सिर्फ नवरात्रि के नौ दिनों में बिकीं — यह न सिर्फ एक व्यावसायिक सफलता थी, बल्कि भारत में लग्ज़री कार मार्केट के बढ़ते आत्मविश्वास की भी झलक थी।
पिछले साल की इसी अवधि में मर्सिडीज-बेंज ने 5,117 यूनिट्स बेची थीं, लेकिन इस बार ब्रांड ने अपने ही रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। इसका श्रेय न केवल प्रीमियम मॉडलों को जाता है, बल्कि उन रणनीतियों को भी जो कंपनी ने भारतीय ग्राहकों के मन को समझते हुए अपनाईं।
मर्सिडीज-बेंज G580 एडिशन वन: बिजली जैसी ताकत, लग्ज़री का नया चेहरा
मर्सिडीज-बेंज के सभी मॉडलों में सबसे ज़्यादा चर्चा में रही है ऑल-इलेक्ट्रिक G580 Edition One, जिसकी कीमत ₹3.1 करोड़ है। जनवरी में लॉन्च हुई यह कार इतनी लोकप्रिय साबित हुई कि इसके पूरे साल का स्टॉक पहले ही बिक चुका है। अब कंपनी ने 2026 की बुकिंग्स शुरू कर दी हैं।
यह मॉडल न सिर्फ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का प्रतीक है, बल्कि यह बताता है कि भारत में अब लग्ज़री खरीदार भी सस्टेनेबिलिटी और टेक्नोलॉजी के नए युग को अपनाने के लिए तैयार हैं।

मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz) की ग्राहक-केन्द्रित रणनीतियाँ
लक्ज़री मार्केट में कीमत एक बड़ा फैक्टर होती है, और इसे ध्यान में रखते हुए मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने कई इनोवेटिव योजनाएँ शुरू कीं। इनमें सबसे लोकप्रिय रही ‘Dream Days’ स्कीम, जिसने ग्राहकों को लचीले वित्तीय विकल्प दिए — जैसे साल में एक बड़ा इंस्टॉलमेंट और बाकी छोटे ईएमआई।
इसके अलावा ‘Key-to-Key’ प्रोग्राम ने उन खरीदारों को आकर्षित किया जो अगली पीढ़ी की S-Class का इंतज़ार कर रहे थे। उन्हें वर्तमान मॉडल के साथ भविष्य में गारंटीड अपग्रेड का विकल्प दिया गया।
कंपनी के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में मर्सिडीज-बेंज इंडिया ने 9,357 यूनिट्स बेचीं, जो साल-दर-साल 4% की वृद्धि है। वहीं 2024 में ब्रांड ने 19,565 यूनिट्स डिलीवर कीं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12% अधिक थीं।
कंपनी के प्रबंध निदेशक संतोष अय्यर का कहना है, “हम अक्टूबर की शुरुआत लगभग 2,000 यूनिट्स के ऑर्डर बैंक के साथ कर रहे हैं। हमें पूरा भरोसा है कि धनतेरस और दिवाली का सीज़न बिक्री को और ऊँचाई देगा।”
मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz): टिकाऊ भविष्य की ओर एक मजबूत कदम
सिर्फ बिक्री में ही नहीं, बल्कि सस्टेनेबिलिटी (Sustainability) के क्षेत्र में भी मर्सिडीज-बेंज ने एक ऐतिहासिक पहल की है। कंपनी हाल ही में Renewable Carbon Initiative (RCI) से जुड़ी है — यह कदम उसे दुनिया की पहली ऑटोमोबाइल ब्रांड बनाता है जिसने इस पहल को अपनाया।
RCI की स्थापना जर्मनी के nova-Institute ने की थी और इसमें BASF, Michelin, Continental और WWF जैसी ग्लोबल कंपनियाँ शामिल हैं। इसका उद्देश्य है — जीवाश्म ईंधन आधारित कार्बन की जगह पुनर्नवीनीकृत या जैविक स्रोतों से मिलने वाले कार्बन का उपयोग करना।
मर्सिडीज-बेंज 2026 तक ऐसे कई पायलट प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है जिनमें कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी, बायो-बेस्ड मटेरियल और सर्कुलर कार्बन सॉल्यूशंस शामिल होंगे। कंपनी के उपाध्यक्ष उल्फ ज़िलिग के अनुसार, “हम केवल गाड़ियाँ नहीं बना रहे, बल्कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के भविष्य को स्थायी दिशा में मोड़ रहे हैं।”
आज 87% सप्लायर्स ने भी कंपनी के साथ कार्बन-न्यूट्रल प्रोडक्शन के लिए प्रतिबद्धता जताई है। यह दिखाता है कि मर्सिडीज-बेंज अब “Tomorrow drives Mercedes-Benz” के मंत्र के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और टिकाऊ भविष्य बना रही है।
मर्सिडीज-बेंज (Mercedes-Benz): लग्ज़री से आगे, जिम्मेदारी की ओर सफर
मर्सिडीज-बेंज के लिए यह साल सिर्फ बिक्री का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी और नवाचार का भी रहा है। हर 6 मिनट में बिकी एक नई कार ने भारत में लग्ज़री मार्केट की दिशा बदल दी है, लेकिन इससे भी बड़ा बदलाव है कंपनी का हरित भविष्य की ओर बढ़ता कदम।
यह सिर्फ एक ब्रांड नहीं, बल्कि एक विचार बन चुका है — कि लग्ज़री और स्थिरता साथ-साथ चल सकती हैं। भारत के प्रीमियम कार बाजार में मर्सिडीज-बेंज की सफलता एक नई कहानी लिख रही है, जहाँ तकनीक, परंपरा और पर्यावरण का मेल दिखाई देता है।
Disclaimer: इस लेख का उद्देश्य केवल जानकारी और जागरूकता प्रदान करना है। इसमें प्रस्तुत आँकड़े और तथ्य सार्वजनिक रिपोर्ट्स और मीडिया स्रोतों पर आधारित हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी खरीद या निवेश निर्णय से पहले आधिकारिक डीलरशिप या विशेषज्ञ से परामर्श करें।