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 ज़्लाटन इब्राहिमोविच ने बताए तीन सबसे महान फुटबॉलर, क्रिस्टियानो रोनाल्डो नहीं शामिल

By: Anjon Sarkar

On: Tuesday, October 14, 2025 7:08 AM

ज़्लाटन इब्राहिमोविच ने बताए तीन
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 ज़्लाटन इब्राहिमोविच की नजर में असली ‘GOATs’ – रोनाल्डो नाज़ारियो, डिएगो माराडोना और लियोनेल मेस्सी

ज़्लाटन इब्राहिमोविच ने बताए तीन “GOAT” यानी Greatest of All Time की बात होती है, तो दो नाम लगभग हमेशा चर्चा में रहते हैं—लियोनेल मेस्सी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो। लेकिन स्वीडन के महान स्ट्राइकर ज़्लाटन इब्राहिमोविच का नजरिया थोड़ा अलग है। हाल ही में उन्होंने अपने शीर्ष तीन महानतम फुटबॉलर्स के नाम बताए, और इस सूची में चौंकाने वाली बात यह रही कि उन्होंने क्रिस्टियानो रोनाल्डो को जगह नहीं दी।

एक इंटरव्यू में ज़्लाटन ने कहा कि उनके हिसाब से दुनिया के तीन सबसे महान खिलाड़ी हैं — ब्राज़ील के रोनाल्डो नाज़ारियो, अर्जेंटीना के डिएगो माराडोना, और लियोनेल मेस्सी

 ज़्लाटन ने बताया – “रोनाल्डो नाज़ारियो ही असली फेनोमेनों थे”

गज़ेट्टा डेलो स्पोर्ट से बातचीत में इब्राहिमोविच ने कहा, “मेरे लिए रोनाल्डो नाज़ारियो फुटबॉल थे। वह ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें हर कोई अपनाना चाहता था। उनका खेल, उनकी शैली, उनकी ड्रिब्लिंग—सब कुछ जादुई था। वे प्राकृतिक प्रतिभा थे, जिन्हें बनाया नहीं गया बल्कि वे वैसे ही जन्मे थे।”

ज़्लाटन ने आगे कहा कि रोनाल्डो नाज़ारियो को देखना फुटबॉल का असली अर्थ समझने जैसा था। उन्होंने कहा कि “जो उन्होंने किया, शायद कोई और दोबारा नहीं कर पाएगा। उनकी हर हरकत में मौलिकता थी। वे सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक ‘फेनोमेनों’ थे।”

रोनाल्डो नाज़ारियो ने अपने करियर में बार्सिलोना, रियल मैड्रिड, एसी मिलान और इंटर मिलान जैसी दिग्गज टीमों के लिए खेला और 400 से अधिक गोल किए। चोटों से जूझने के बावजूद उनका करियर प्रेरणादायक रहा और उन्होंने हमेशा अपने खेल से दुनिया को मंत्रमुग्ध किया।

 डिएगो माराडोना – दिल से खेलने वाले योद्धा

इब्राहिमोविच ने अपने दूसरे पसंदीदा खिलाड़ी के रूप में अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना का नाम लिया। उन्होंने कहा, “माराडोना असली थे, वे हर चीज दिल से करते थे—चाहे वह खेल हो, भावनाएं हों या संघर्ष। उनका जुनून और ईमानदारी फुटबॉल को अलग ऊंचाई देती थी।”

माराडोना ने अपने करियर से यह साबित किया कि फुटबॉल सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि कला है। उनका हर मूवमेंट, हर पास और हर गोल उस जुनून का प्रतीक था जो उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता था।

 लियोनेल मेस्सी – आधुनिक युग के सम्पूर्ण खिलाड़ी

तीसरे स्थान पर ज़्लाटन ने अपने समकालीन खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी को रखा। उन्होंने कहा, “मेस्सी ने फुटबॉल में वह सब कुछ हासिल किया है जो संभव था। शायद अब उनके लिए जीतने को कुछ बाकी नहीं रहा। वे खेल के हर पहलू में परिपूर्ण हैं।”

मेस्सी ने न केवल रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि फुटबॉल की परिभाषा को बदल दिया। बार्सिलोना से लेकर इंटर मियामी तक, उनका हर प्रदर्शन दर्शाता है कि वे खेल को सिर्फ खेल नहीं बल्कि एक अनुभव बना देते हैं।

 क्रिस्टियानो रोनाल्डो का न होना – एक हैरान करने वाला पहलू

ज़्लाटन की सूची में क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम न होना कई प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला है। क्योंकि रोनाल्डो आधुनिक फुटबॉल के सबसे अनुशासित और मेहनती खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने अपनी फिटनेस, समर्पण और निरंतर प्रदर्शन से लाखों लोगों को प्रेरित किया है।

हालांकि ज़्लाटन के लिए महानता की परिभाषा “प्राकृतिक प्रतिभा” और “भावनात्मक जुड़ाव” पर आधारित है, न कि केवल उपलब्धियों या गोलों की संख्या पर। शायद यही कारण है कि उन्होंने रोनाल्डो की जगह रोनाल्डो नाज़ारियो, माराडोना और मेस्सी को चुना।

 ज़्लाटन का फुटबॉल दर्शन – खेल से ज़्यादा एक अनुभव

इब्राहिमोविच हमेशा अपने आत्मविश्वासी अंदाज़ और बेबाक विचारों के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना है कि फुटबॉल केवल स्कोर करने या जीतने का साधन नहीं, बल्कि आत्मा से खेलने की कला है। वे कहते हैं कि सच्चे खिलाड़ी वही हैं जो मैदान पर अपनी भावनाओं के साथ खेलते हैं और दर्शकों को प्रेरित करते हैं।

24 साल लंबे अपने शानदार करियर में ज़्लाटन ने यूरोप के लगभग हर बड़े क्लब के लिए खेला—एसी मिलान, इंटर मिलान, बार्सिलोना, मैनचेस्टर यूनाइटेड, और पेरिस सेंट-जर्मेन जैसी टीमों में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी।

 निष्कर्ष – महानता का पैमाना अलग-अलग हो सकता है

ज़्लाटन इब्राहिमोविच की यह सूची हमें याद दिलाती है कि “महानता” को हर कोई अलग नज़रिए से देखता है। जहां कुछ लोग उपलब्धियों को मापदंड मानते हैं, वहीं कुछ के लिए यह जुनून, कला और आत्मा का खेल है।

रोनाल्डो नाज़ारियो, डिएगो माराडोना और लियोनेल मेस्सी — ये तीनों अलग-अलग युगों के प्रतीक हैं, लेकिन इन सबमें एक समानता है—फुटबॉल के प्रति सच्चा प्रेम। और शायद यही बात उन्हें ज़्लाटन की नज़रों में “GOAT” बनाती है।

अस्वीकरण: यह लेख पूरी तरह मौलिक है और केवल सूचना एवं मनोरंजन के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें व्यक्त विचार सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित हैं और किसी खिलाड़ी या संगठन का समर्थन या विरोध करने के लिए नहीं हैं।

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